
बंगाल बंद के विरोध में तृणमूल कांग्रेस की सभा, कहा- हड़ताल से नहीं होता समाधान
रानीगंज। दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के बल्लभपुर इलाके में तृणमूल कांग्रेस की ग्राम इकाई की ओर से एक विरोध सभा का आयोजन किया गया। यह सभा आगामी 10 जुलाई को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा-माकपा) द्वारा आहूत बंगाल बंद के विरोध में की गई।
सभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस के ग्रामीण क्षेत्रीय अध्यक्ष देवदास ने कहा कि राज्य में जब से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से हड़ताल और बंद की संस्कृति को रोका गया है। उन्होंने कहा, “हड़तालों से राज्य की जनता को केवल नुकसान होता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमेशा स्पष्ट किया है कि हम हड़तालों का समर्थन नहीं करते।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाकपा-माकपा की राजनीति केवल हड़तालों और विरोधों पर टिकी रही है, जिससे एक समय पूरा बंगाल ठप पड़ गया था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने इस संस्कृति को समाप्त कर राज्य को विकास की दिशा में आगे बढ़ाया है।
इस अवसर पर पंचायत प्रधान सिद्धांत मंडल ने कहा, “हम लोग बंद के दिन सड़कों पर उतरकर शांतिपूर्ण ढंग से दुकान, बाजार, उद्योग-धंधों को खुला रखने का प्रयास करेंगे ताकि आम जनजीवन प्रभावित न हो।”
ज्ञात हो कि भाकपा-माकपा ने 10 जुलाई को केंद्र और राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों, महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में 24 घंटे के बंगाल बंद का आह्वान किया है। पार्टी ने इस दिन सभी सरकारी व निजी प्रतिष्ठानों, बाजारों और परिवहन को बंद रखने की अपील की है।