तृणमूल कांग्रेस ने फिर से पुराने नेताओं पर जताया भरोसा, हिंदीभाषी नेताओं को भी मिली अहम जिम्मेदारी
वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बर्द्धमान जिले में अपनी रणनीति तेज कर दी है। पार्टी ने पुराने ‘सेनापतियों’ पर ही भरोसा जताते हुए उन्हें दोबारा कमान सौंपी है। जिलाध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, युवा तृकां अध्यक्ष पार्थ देवासी और महिला तृकां अध्यक्ष असीमा चक्रवर्ती को फिर से जिम्मेदारी दी गई है।
हिंदीभाषी वोटरों को साधने के लिए पार्टी ने हरेराम सिंह को जिला चेयरमैन और सिंटू भुइया को युवा तृकां का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। हरेराम सिंह जामुड़िया से विधायक हैं, जबकि सिंटू भुइया हिंदी प्रकोष्ठ और भुइया समाज में प्रभावी नेता माने जाते हैं।
वर्ष 2024 में तृकां ने जिले की दो लोकसभा सीटें भाजपा से छीनीं। 2021 में विधानसभा की नौ में से छह सीटों पर पार्टी को जीत मिली थी। अब 2026 में सभी नौ सीटों पर विजय का लक्ष्य रखा गया है।
वहीं भाजपा ने तृकां पर कटमनी, तोलाबाजी और घोटालों का आरोप लगाते हुए जनता के मोहभंग की बात कही है। विधायक लक्ष्मण चंद्र घोरुई ने निष्पक्ष चुनाव में तृकां की हार का दावा किया है।