
बरदही जलाशय की नापी पर तनाव, भू-माफिया पर स्थानीयों का आरोप
रानीगंज आस्था का प्रमुख केंद्र बरदही जलाशय की नापी मंगलवार को रानीगंज नगर निगम की नौ सदस्यीय टीम ने की। नापी के दौरान पूरे क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल रहा। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि भू-माफिया लंबे समय से इस जलाशय को कब्ज़ा करने की साज़िश कर रहे हैं। यहां तक कि कई लोगों ने जलाशय की भूमि को अपने नाम वस्तु रजिस्ट्री करा ली है, जबकि कुछ ने इसे बी अल आर ओ की मदद से व्यवसायिक दुकान क्षेत्र में बदल डाला है। इसी वजह से स्थानीय लोगों ने जलाशय बचाने की मुहिम तेज कर दी है।

वार्ड पार्षद दिव्येंदु भगत ने नापी टीम से मांग की कि “126 नंबर दाग पर स्थित 32 बीघा भूमि को पूरी तरह चिह्नित कर जलाशय के रूप में सुरक्षित किया जाए।” उन्होंने कहा कि एक दशक से लोग इस जलाशय को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और कई बार लिखित शिकायतें भी की जा चुकी हैं।
जलाशय के एक हिस्से के मालिक उत्तम भगत ने कहा कि यह केवल जलस्रोत नहीं बल्कि आस्था का स्थल है। छठ पूजा और अन्य धार्मिक अवसरों पर यहां हजारों श्रद्धालु जुटते हैं। यह दैनिक स्नान और आसपास के लोगों की जरूरत का मुख्य साधन है। इस भूमि का व्यावसायिक उपयोग अस्वीकार्य है।

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गौतम घटक ने कहा कि इस भूमि पर वैज्ञानिक तरीके से पार्क और नाली (ड्रेन) निर्माण की योजना बनी थी, लेकिन बाद में षड्यंत्रपूर्वक जलाशय की भूमि पर निर्माण की कोशिश की गई।
नापी के दौरान नगर निगम बोरो अध्यक्ष मुजम्मिल शहजादा, टाउन अध्यक्ष रुपेश यादव, कमेटी की ओर से सरवर, अमित नाग समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।
नगर निगम अध्यक्ष शहजादा ने कहा, “फिलहाल 126 नंबर दाग की 32 बीघा भूमि का सर्वेक्षण हो रहा है। नापी पूरी होने के बाद सरकार की ओर से योजनाबद्ध कार्रवाई की जाएगी। आस्था के इस स्थल के साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होगा।”
पार्षद देवेंद्र भगत ने आरोप लगाया कि जलाशय को दूषित करने का भी षड्यंत्र हो रहा है। “चारों ओर से गंदे नाले का पानी जानबूझकर तालाब में मिलाया जा रहा है। त्रिणमूल कांग्रेस की सरकार और प्रशासन के हाथ में सबकुछ होने के बावजूद यह षड्यंत्र क्यों?” उन्होंने कहा कि इस दिशा में कानूनी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
नगर निगम के टाउन अध्यक्ष रुपेश यादव ने कहा कि विभिन्न पहलुओं को देखते हुए आज टीम मौके पर मौजूद रही और जलाशय की पूरी नापी एवं सर्वेक्षण वैज्ञानिक तरीके से किया जाएगा।
बरदही जलाशय को लेकर पिछले कई महीनों से विवाद जारी है। भू-माफियाओं की कथित गतिविधियों और प्रदूषण फैलाने की कोशिशों को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि जलाशय पर किसी भी प्रकार का कब्ज़ा या प्रदूषण प्रयास सफल नहीं होगा।