
रानीगंज में दीपावली मिलन समारोह संपन्न, समाज में एकता और संस्कृति पर जोर ,बिमल देव गुप्ता
रानीगंज। पश्चिम बंग प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन तथा रानीगंज शाखा के संयुक्त तत्वावधान में रानीगंज के महावीर व्यायाम समिति प्रांगण में दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रानीगंज के अलावा आसनसोल, दुर्गापुर, बर्दवान, पुरुलिया, बांकुड़ा आदि क्षेत्रों से भी मारवाड़ी समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता ओम बाजोरिया ने की। उन्होंने कहा कि “हमारा उद्देश्य राजस्थानी परंपरा और संस्कृति को आगे बढ़ाना है तथा भारतीय सभ्यता-संस्कृति के अनुरूप मिलजुलकर रहना ही हमारी पहचान है। दीपावली एक ऐसा त्यौहार है जो प्रेम, सद्भाव और एकता का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से समाज के सभी वर्गों, परिवारों और नई पीढ़ी के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव मजबूत होता है।”

समारोह में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गोयनका, राष्ट्रीय महासचिव केदार कनोडिया, प्रांतीय कोऑर्डिनेटर मनीष बजाज, वरिष्ठ सलाहकार अशोक कजोड़िया, प्रदेश अध्यक्ष नंदकिशोर अग्रवाल, प्रदेश सचिव पंकज भालोतिया, रानीगंज शाखा के अध्यक्ष ओमप्रकाश बाजोरिया, सचिव विमल अग्रवाल, मुख्य सलाहकार राजेंद्र प्रसाद खेतान, संस्थापक अध्यक्ष अनूप सराफ, कार्यक्रम संयोजक अनिल लोहारूवाला और प्रदीप शर्मा सहित दुर्गापुर, आसनसोल, बांकुड़ा और पुरुलिया शाखा के पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस मौके पर अपने संबोधन में राजेंद्र प्रसाद खेतान ने कहा कि मारवाड़ी समाज को आत्ममंथन की आवश्यकता है। समाज अपने जड़ों से दूर होता जा रहा है। उन्होंने मारवाड़ी परिवारों से आग्रह किया कि वे अपने घरों में मातृभाषा का प्रयोग करें और अपनी संस्कृति को संजोएं। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज को उसी राजनीतिक दल का समर्थन करना चाहिए जो उनकी जरूरतों और मांगों को समझे एवं पूरा करने की दिशा में कदम उठाए। उन्होंने समाज के लोगों से एकजुट होकर रहने की अपील की।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गोयनका ने कहा कि मारवाड़ी समाज को अपनी जड़ों और संस्कारों से जुड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज समाज में बढ़ती विसंगतियों का कारण अपनी परंपराओं से दूर होना है। हमें अपने बच्चों को संस्कारी बनाना चाहिए ताकि वे भविष्य में समाज का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि त्यौहार समाज को जोड़ने का माध्यम हैं, इसलिए हर त्यौहार को उत्साह और एकता के साथ मनाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शाखाओं से आए पदाधिकारियों को प्रदेश की ओर से सम्मानित किया गया। समारोह में समाज के सभी वर्गों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और दीपावली के इस मिलन समारोह को एकता और संस्कृति का प्रतीक बताया।