रानीगंज में बैंकिंग धोखाधड़ी का खुलासा, व्यवसायी के 5 लाख ग़ायब, चैंबर ऑफ कॉमर्स ने जताया विरोध
रानीगंज । रानीगंज के एक वरिष्ठ व्यवसायी और रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के सलाहकार ओम प्रकाश बजोरिया के साथ हुई कथित बैंकिंग धोखाधड़ी ने शहर के व्यापारिक समुदाय में खलबली मचा दी है। यह गंभीर मामला पंजाब नेशनल बैंक की एनएसबी रोड शाखा से जुड़ा है, जहां श्री बजोरिया द्वारा 9 जून को जमा किया गया 5,00,000 का चेक रहस्यमय परिस्थितियों में ग़ायब हो गया।
श्री बजोरिया ने बताया कि उन्होंने उपरोक्त राशि का चेक अपने चालू खाते में पंजाब नेशनल बैंक के ड्रॉप बॉक्स में डाला था। लेकिन कई दिनों तक खाते में राशि नहीं पहुंचने पर उन्होंने बैंक से संपर्क किया। इस पर 23 और 24 जून को बैंक में हुई बातचीत और जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि बैंक के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में एक कर्मचारी को ड्रॉप बॉक्स से चेक निकालकर किसी अनधिकृत व्यक्ति को सौंपते हुए देखा गया है। जो बैंकिंग प्रक्रिया और ग्राहक सुरक्षा की गंभीर अनदेखी को दर्शाता है। शाखा प्रबंधक और क्षेत्रीय कार्यालय के प्रतिनिधियों ने श्री बजोरिया को उनकी राशि लौटाने का आश्वासन दिया था। परंतु, 25 जून को जब श्री बजोरिया पुनः शाखा पहुँचे तो उन्हें यह कहकर चौंका दिया गया कि मामला अब भारतीय बैंक से संबंधित है और पंजाब नेशनल बैंक कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दे सकता। बैंक के जवाब पर श्री बजोरिया के लिए मानसिक परेशानी का कारण बना और उनके साथ-साथ पूरे व्यापारी समुदाय में आक्रोश उत्पन्न हुआ।
विश्वस्थ सूत्रों से जानकारी मिली है कि पंजाब नेशनल बैंक से चोरी की गई उड़ाई गई चेक को किसी एक व्यक्ति ने सुनियोजित तरीके से चेक के ऊपर अपना नाम अंकित कर उसे केनरा बैंक में हरियाणा के अपने अकाउंट में जमा किया और उस चेक को इंडियन बैंक को दिया था। इंडियन बैंक द्वारा भुगतान कर दी गई।
इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर कहना है कि मामला की जांच चल रही है वहीं मैनेजर केनरा बैंक का कहना है विषय को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है दूसरी ओर इंडियन बैंक के मैनेजर ने कहा कि यह पूरा मामला सिस्टम का है सिस्टम के आधार पर चेक को पीपीपी के अंतर्गत सबमिट किया गया था और उसकी क्लीयरिंग कर दी गई ।अब दो जगह सीधे तौर पर प्रश्न उठता है केनरा बैंक ने इरेज़ किया हुआ चेक पर रोक क्यों नहीं लगाया। वहीं दूसरी ओर पंजाब नेशनल बैंक से ड्रॉप बॉक्स से खुले आम चेक की निकासी की जाती है और वहां से चेक की चोरी हो जाती है ।यह सारा सवाल यहां आकर खड़ा हो गया है।
इस संबंध में रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स ने पंजाब नेशनल बैंक को एक पत्र जारी किया है। चैंबर के अध्यक्ष रोहित खेतान ने पत्र में बैंक की इस गंभीर लापरवाही की निंदा करते हुए कहा है कि यह केवल एक ग्राहक के साथ धोखा नहीं है, बल्कि पूरे बैंकिंग तंत्र पर सवाल खड़ा करता है। चैंबर ने मांग की है कि श्री बजोरिया की राशि बिना किसी और देरी के वापस की जाए, विलंब के लिए ब्याज दिया जाए, मानसिक उत्पीड़न के लिए उचित मुआवज़ा दिया जाए और इस लापरवाही के लिए ज़िम्मेदार कर्मचारियों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
इस घटना ने रानीगंज के व्यापारिक माहौल को झकझोर दिया है और लोग बैंकिंग लेन-देन की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने उम्मीद जताई है कि पंजाब नेशनल बैंक इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र न्यायसंगत समाधान देगा और ग्राहकों के विश्वास को फिर से बहाल करेगा।