
रानीगंज: एन.एस.बी. रोड पर जाम ने तोड़ी ‘लाइफलाइन’, रात के समय पैदल चलना भी बना मुश्किल
रानीगंज, रानीगंज की जीवनरेखा कही जाने वाली नेताजी सुभाष चंद्र बोस (एन.एस.बी.) रोड इन दिनों भारी जाम की मार झेल रही है। विशेष रूप से रात 10:00 बजे के बाद न सिर्फ वाहनों का चलना बल्कि आम नागरिकों का पैदल चलना भी एक जोखिम भरा कार्य बन गया है।
दक्षिण भारत से उत्तर भारत की ओर और उत्तर भारत से दक्षिण की ओर जाने वाले भारी वाहनों को दुर्गापुर के बराज रोड पर मरम्मत कार्य के चलते डायवर्ट कर दिया गया है। नतीजतन, रानीगंज होकर गुजरने वाले एन.एस.बी. रोड पर वाहनों का दबाव बेतहाशा बढ़ गया है।
यात्रा में तीन घंटे, दूरी सिर्फ दो किलोमीटर
रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के वरिष्ठ सदस्य प्रदीप बाजोरिया ने बताया कि बीती रात उन्हें केवल दो किलोमीटर की दूरी — पंजाबी मोड़ से घर तक — तय करने में तीन घंटे लग गए। उन्होंने कहा, “स्थिति इतनी भयावह थी कि कई लोग अब 10 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाकर मंगलपुर मोड़ से रानीगंज में प्रवेश कर रहे हैं।”
स्वास्थ्य आपातकाल में ‘भगवान मालिक’
चैंबर ऑफ कॉमर्स के मुख्य सलाहकार आर.पी. खेतान ने चिंता जताते हुए कहा, “यदि रात में किसी की तबीयत बिगड़ जाए तो कहना मुश्किल है कि वह समय पर अस्पताल पहुंच भी पाएगा या नहीं। यह स्थिति चिंताजनक है। हम प्रशासन से कई बार आग्रह कर चुके हैं कि ट्रैफिक व्यवस्था को आपात स्थिति के तौर पर लिया जाए और जल्द से जल्द समाधान निकाला जाए।”
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों का आरोप है कि नाका चेकिंग और अन्य प्रकार की पुलिस जांच भी ट्रैफिक की रफ्तार में बाधा बन रही है। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में प्रशासन को सुगम यातायात और इमरजेंसी सेवाओं के संचालन को प्राथमिकता देनी चाहिए।
व्यवसायियों और आम नागरिकों की मांग है कि पुलिस प्रशासन तत्काल प्रभाव से वैकल्पिक मार्ग की निगरानी बढ़ाए, जरूरी जगहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करे और आपात सेवाओं के लिए विशेष लेन की व्यवस्था सुनिश्चित करे, ताकि रानीगंज की ‘लाइफलाइन’ फिर से सामान्य हो सके।